Abu-Yazid Albis ' ami once being asked how he had attained his stage in Sufism , answered : ” I cast off my own self as a serpent casts off its skin . अबू-यज़ीद अलबिस्तामी से एक बार किसी ने पूछा कि आपने सूफ़ी मत में इतना उच्च स्थान कैसे प्राप्त किया , तो उसने उत्तर दिया : ? मैंने अपने अहं को उसी प्रकार त्याग दिया जेसे सांप अपनी केंचुली का त्याग करता है .